Wednesday 31 May 2017

Poem on Happiness

छोटीसी खुशिया भी बहोत कुछ है दे जाती
उन्ही के सहारे तो जिंदगी है जी जाती

कुछ खट्टे तो कुछ मिठे पल वो दे जाती
उन खट्टे मिठे पलो से तो जिंदगी मे मिठास है आती

उन छोटीसी खुशियो से तो जिंदगी मे नई उमंग है आती
कुछ नया कर दिखा ने का जोश वही तो है दे जाती

खुशी के पलो से तो जिंदगी मे बहार है आती
जीवन मे रंगबेरंगी रंग है भर जाती

मुरझाई हुई हर एक कली है खिल जाती
मन ही मन मे वो भी है मुस्काती

जीवन मे ये पल याद बनकर है रह जाते
याद करे उन पलो को तो हम भी तो है मुस्कुराते

छोटीसी खुशिया भी बहोत कुछ है दे जाती
उन्ही के सहारे तो जिंदगी है जी जाती















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